हम मृत्यु से डरते नहीं, चाहे क्यूँ न वह अकाल हो।
जिसके माथे में भस्म, और ह्रदय में महाकाल हो।
भोलेनाथ संघ हम चलते रहेंगे भक्तों
चाहे वह ब्रह्मांड, या फिर पाताल हो।
Musings of a man who is constantly trying to give new perspectives to things we all seemingly know already.
हम मृत्यु से डरते नहीं, चाहे क्यूँ न वह अकाल हो।
जिसके माथे में भस्म, और ह्रदय में महाकाल हो।
भोलेनाथ संघ हम चलते रहेंगे भक्तों
चाहे वह ब्रह्मांड, या फिर पाताल हो।
अग्रजानां पूजनं कुर्याम् स्वर्गे लोके च दुर्लभम्।
आदर्शं परमं यस्मिन्, वन्दे अग्रजाय पादम्॥
सुखं सदा प्रेयन्ति , युष्माकम् शुभस्सन्नधिम् ।
प्रणमामि तान् वृद्धान् स्वगृहे , करोमि अनेक पूज्यं ॥
My Supreme Court cracks down on me for firecrackers.
My neighbourhood PETA is more worried for my dog than for me.
My city's obnoxious traffic jams prevent me from visiting friends.
My favourite temple is way too crowded for me to visit.
My diabetologist bans me from eating any calories.
My family is dispersed, so, all I do, is look up in the mirror, and let
My heart hail " Happy Deepavali!"
मैं चुप ज़रूर हूँ, पर कुछ कहना चाहता हूँ
देखने में ख़ुश ज़रूर हूँ, पर आंसू बहाना चाहता हूँ।
நரசிம்மா, வரு, பரம பிதா! சுத்த சிந்தை சிறப்பு நிதா! இசைதருமோ, உனது கடைசின் போதா? இருள் பொலிக்கும் எங்கள் விருட்ச நீயே! அறிவொளி ஈசனே, ஆதிபுரு...