तेरी नुक्कड़ में घुसते ही मन में धमाल है ।
वह एहसास मत पूछो , कमाल ही कमाल है ॥
लव्स अब न कामयाब हैं तेरा दीदार का ।
नहीं मेरे पास देने के लिए कुछ मिसाल है ॥
तुम चाहे कितना भी ख़फ़ा क्यों न हो ।
हमेशा मेरे लिए तेरी आँखों में मशाल है॥
मेरे क़दमों में आजकल ज़ोश ज़्यादा है ।
तेरी आहट-ए-क़दमों का कमाल है ॥
गुलिस्तां छोड़कर मेरे पास अक्सर न आया करो ।
फूलों के आँखों में मलाल ही मलाल है ॥
वह एहसास मत पूछो , कमाल ही कमाल है ॥
लव्स अब न कामयाब हैं तेरा दीदार का ।
नहीं मेरे पास देने के लिए कुछ मिसाल है ॥
तुम चाहे कितना भी ख़फ़ा क्यों न हो ।
हमेशा मेरे लिए तेरी आँखों में मशाल है॥
मेरे क़दमों में आजकल ज़ोश ज़्यादा है ।
तेरी आहट-ए-क़दमों का कमाल है ॥
गुलिस्तां छोड़कर मेरे पास अक्सर न आया करो ।
फूलों के आँखों में मलाल ही मलाल है ॥
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