एक अनोखा मायूसी दिल पर चढ़ा देती है।
यार की पुरानी यादें ग़म को बढ़ा देती है।
मेरी पल्कें मुश्किल से जोड़ने पर लगते ही
बस उसकी मुस्कान नींद को उड़ा देती है।
उसकी यादें दिल में बार बार सुलगती हैं - कुछ
अनमोल लम्हें बुझते शोलों को हवा देती है।
कुछ कश्मकश बातें दिल में बरक़रार हैं
दिल जो उन्हींको बार बार चबा देती है।
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