Wednesday, July 26, 2017

Nitish in poetry


लालू को महाघठबंधन पर हमेशा नाज़ है
पर तेजस्विनी के रूप में भ्रष्ट का सर्ताज है
नितीश के हर इशारा एक नयी अंदाज़ है 
 बचा क्या, तालिम-ए-चुनाव की आवाज़ है!

லல்லூ காட்டினாரு டமாசு- ஆநா
தாங்கல அவரு பையன் ரவுசு!!
ஓவர் ஆயிருச்சு உடான்ன்சு- அப்பால 
நித்திஷ் போட்டாரு பட்டாசு!

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आँखों को कहने दो

दरिया-ए-जज़बात  दिल में और थोड़ा बहने दो  मुंह जो बात कह ना सके, आँखों को कहने दो।  अब उसको घर की किराय पूरा बच जायेगी  मेरी आँखों में समा गयी...