ऐसा लगा जिंदगी में उछल आई
जब तुम प्यार दी ताबीर बनके
रास्ते में उम्मीद मिला था मगर
चला गया प्यास की फरिश्ता बनके
मुहब्बत का जिहादी की शौक हुयी
खुद की बस्ती को वीराना बनाके
अब यादों का वर पाया है हमने
भूल जाने का ही इरादे बनाके
❣D❣
जब तुम प्यार दी ताबीर बनके
रास्ते में उम्मीद मिला था मगर
चला गया प्यास की फरिश्ता बनके
मुहब्बत का जिहादी की शौक हुयी
खुद की बस्ती को वीराना बनाके
अब यादों का वर पाया है हमने
भूल जाने का ही इरादे बनाके
❣D❣
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