तेरी प्यार को पाने में मन बना बैठा है
नज़र से नज़र मिली, बात बना बैठा है।
इस दिल को समझाने की कोशिश मत करो
इस दिल तो अफसाना-ए -प्यार बुना बैठा है।
साक़ी तेरी जाम का आज कोई काम नहीं है
कम्बख्त दिल तो आवाज़-ए -प्यार सुना बैठा है।
पटाखों के धमाके में अब मज़ा नहीं है
दिल तो रोज़ प्यार का दीवाली मना बैठा है।
मेरी होंटों में अब भगवान् का नाम नहीं है
ग़ौर से सुनो, तेरा नाम गुनगुना बैठा है।
नज़र से नज़र मिली, बात बना बैठा है।
इस दिल को समझाने की कोशिश मत करो
इस दिल तो अफसाना-ए -प्यार बुना बैठा है।
साक़ी तेरी जाम का आज कोई काम नहीं है
कम्बख्त दिल तो आवाज़-ए -प्यार सुना बैठा है।
पटाखों के धमाके में अब मज़ा नहीं है
दिल तो रोज़ प्यार का दीवाली मना बैठा है।
मेरी होंटों में अब भगवान् का नाम नहीं है
ग़ौर से सुनो, तेरा नाम गुनगुना बैठा है।
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