तेरी ज़िन्दगी में ख़ुशी बरक़रार रहे , हमेशा।
फ़रिश्ते दुआ कि दो चार लव्ज़ कहे, हमेशा।
तेरा दरिया-ए-ज़िन्दगी में चाहे कितने भी भंवर हो
तेरी अम्मी के आँखों से आंसू-ए-ख़ुशी बहे, हमेशा।
चाहे जितने भी ख़तरे भी हो, ज़िन्दगी के राही
हर बला से ख़ुदा तेरा मेहफ़ूज़ रखे, हमेशा।
वक़्त की पाबंदी नहीं इस रिश्ते में, राशिद
हमारा दोस्ताना यूँ ही जारी रहे, हमेशा।
फ़रिश्ते दुआ कि दो चार लव्ज़ कहे, हमेशा।
तेरा दरिया-ए-ज़िन्दगी में चाहे कितने भी भंवर हो
तेरी अम्मी के आँखों से आंसू-ए-ख़ुशी बहे, हमेशा।
चाहे जितने भी ख़तरे भी हो, ज़िन्दगी के राही
हर बला से ख़ुदा तेरा मेहफ़ूज़ रखे, हमेशा।
वक़्त की पाबंदी नहीं इस रिश्ते में, राशिद
हमारा दोस्ताना यूँ ही जारी रहे, हमेशा।
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