Monday, January 15, 2024

कुछ हमला ही हुआ।


एक पुराना दोस्त मुझे आज फ़ोन किया। बोला गलती के कॉल हो गयी. मैंने बात की, और बोला कि अच्छा किया उसने. 

तो, अर्ज़ है... 




न जाने क्यूँ  उँगलियों में झुनझुनी हुआ,

जो ग़लती से हुआ , ख़ैर , भला ही हुआ।


पुरानी यादों को ज़्यादा याद नहीं रखता हूँ, राशिद 

पर लगता है भीते लम्हों पर कुछ हमला ही हुआ। 



  

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