फरिश्तों से मेरा मन्नत यही है कि
तुम्हारी दिल ज़ख़्मी न हो जाए
चाहे तुमको ज़ख़्म से बचाने के लिए
हम तुम्हारी दिल से हट भी जाए
खुदा से हमेशा यही दुआ है मेरा
तेरे चेहरे से मुसकुराहट मिठ न जाए
चाहे उस को कायम रखने के लिए
इस धरती से हम मिठ भी जाए
तुम्हारी दिल ज़ख़्मी न हो जाए
चाहे तुमको ज़ख़्म से बचाने के लिए
हम तुम्हारी दिल से हट भी जाए
खुदा से हमेशा यही दुआ है मेरा
तेरे चेहरे से मुसकुराहट मिठ न जाए
चाहे उस को कायम रखने के लिए
इस धरती से हम मिठ भी जाए
❤
D❤
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