Saturday, October 4, 2014

उल्फत का एहसास






उल्फत का एहसास से, बढ़तें अर्मानें मेरे
एक पल में आ ही जाओ, तुम भी तो पास मेरे
ठंडी हवा तो दिल को , बेचैन कर रहा है
यादें तुम्हारी आते ही , यह  गीत गा रहा है


मोहब्बत का एक तूफ़ान, दिलको  हम्ला किया है
जीवन के राह को तो, एकदम बदल दिया है
चंपा का खुशबू मेरी  दिल में समा रहा है
यादें तुम्हारी आते ही, यह  गीत गा रहा है
 
कैसे समझाऊं तुम्हें, इन धडकनों की दास्तान
कैसे दिखाऊं गुल को, प्यार का यह गुलिस्तान
आवाज़ देकर  तुम्हें, यह दिल पुकार रहा है
यादें तुम्हारी आते ही,  यह  गीत गा रहा है 


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