Sunday, June 9, 2019

धड़कन-ए-दिल

धड़कन-ए-दिल में मस्ती की रवानी है
मेरे पलकों की छाँव में तेरी जवानी है

यह किसी पन्ने-ए-क़िताब में नहीं मौजूद
यह हमारी मुहब्बत की कहानी है

तेरी आखों में कुछ नयी चमक आजकल 
वह चमक नहीं, वह प्यार की निशानी है

तेरी शहर से दूर, पर तेरी यादें बरक़रार
फिर  भी तन्हाई , यह बात-ए-हैरानी है

ख़्वाबों में तेरी अंगड़ाई की बारात, सनम  
तो जुनून नहीं, कि मेरी हर रात सुहानी है

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