Saturday, May 9, 2020

बे-ग़ैरत कर बैठा


इस अंधे प्यार ने मुझे बे-ग़ैरत कर बैठा।
इससे बचना था, पर वही ग़लत कर बैठा।
खुद को तुमसे दूर रहने को बहुत समझाया
पर ,बेक़ाबू दिल ने तेरा हसरत कर बैठा।

मेरी ज़ख़्मी दिल मुझे बे-दीन बना दिया था
फिर भी तेरी महफ़ूज़ के लिए इबादत कर बैठा।

वक़्त की पाबंदियों से बहुत ठेस खाया है इस दिल
तुमसे हटकर अपने आप से इनायत कर बैठा।

अब मुझे प्यार से मनानेवाला कोई है ही नहीं
फिर भी मैंने तुमसे रूठने की जुर्रत कर बैठा।
  
बेदीन - Atheist

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