हर परेशानी में मेरी ताक़त की हथेली हो
इस वीरान दिल का सुकून की हवेली हो
मुझे अब रास्ते से भटकने की चिंता नहीं
कदमें मिलाकर चलती मेरी सहेली हो
ग़म-ए-ज़िन्दगी का सदमा बहुत गहरा है
मुझे तसल्ली देनेवाली एक अखेली हो
तुम्हें पहचानने की कड़ी कोशिश की हूँ
न जाने, अब तक तुम एक पहेली हो
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